सोमवती अमावस पर किन बातों का ध्यान रखें
सोमवती अमावस पूरी साल के अंदर एक या दो बार आती है इस अमावस को निकालते वक्त सावधानी जरूरी है क्योंकि सावधानी हटी दुर्घटना घटी यदि इसके अंदर ढंग से कार्य किया जाए तो यह बहुत ही फलदाई होती है इसलिए सोमवती अमावस ध्यान पूर्वक निकालनी चाहिए
सोमवती अमावस निकालने की विधि
सुबह स्नान करके साफ-सुथरे कपड़े पहन के सोमवती अमावस निकालें
सोमवती अमावस निकालते वक्त आप सबसे बड़ी बात है यह अपने मन को सही ढंग से रखे आप समझ गए होंगे मैं क्या कहना चाहता हूं द्वेष भावना वगैरह ना रखें
अमावस का भोज बनाते वक्त किसी भी प्रकार का द्वेष भावना ना रखें ताकि भोजन बढ़िया बनी और अपने पितरों का भोजन निकाले जिनको मंडी कहते हैं और गाय कुत्ते और कौवे को दें इससे पहले आप शिवज भगवान पर जल अर्पण कर दे तो और भी अच्छा रहेगा क्योंकि सोमवार का दिन है इसलिए इनको सोमवती मावस कहा जाता है
सोमवती मां अमावस के अंदर निकालने के बाद यदि आप किसी गरीब इंसान को दान या कोई वस्त्र दान कर दे या उनको कुछ पैसे दान कर दे यह भी नहीं कर सकते तो कम से कम भोजन ही खिला दे बहुत ज्यादा धर्म मिलता है ऐसा करके देखी
सोमवती अमावस निकालते वक्त या निकालने के बाद या निकालने से पहले अपने बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें लड़ाई झगड़ा घर के अंदर ना करें वह शांति से समस्त कार्य करें और किसी भी कोई बताए कि ऐसा करने से यह हो जाता है ऐसा करने से हो जाता है किसी के प्रभाव में ना आए सिंपल तरीके से अपनी अमावस निकाले
अमावस बहुत ही फलदाई होती है लेकिन ढंग से निकालने के बाद ही